सेंधवा महाविद्यालय में सेवा पखवाड़ा अभियान: ऊर्जा संरक्षण और कुटीर उद्योग पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

सेंधवा; वीर बलिदानी खाज्या नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सेंधवा में प्राचार्य डॉ जी एस वास्कले के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने सेवा पखवाड़ा अभियान के अन्तर्गत महाविद्यालय में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें *उर्जा संरक्षण विषय पर संवाद कार्यक्रम * एवं कुटीर एवं लघु उद्योग पर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
महाविद्यालय के एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी प्रो राजेश नावडे ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि स्थानीय कुटीर एवं लघु उद्योग ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देते है। इन उद्योगों से न केवल रोजगार सृजन होता है बल्कि स्थानीय परंपराओं, कला व शिल्प को भी संरक्षित किया जा सकता है। जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को सरकारी योजनाओं, ऋण सुविधा, विपणन तकनीक और आधुनिक प्रौद्योगिकी की जानकारी दी जाती है। इससे युवा एवं महिलाएँ उद्यमिता की ओर प्रेरित होते हैं और स्थानीय स्तर पर आर्थिक विकास को गति मिलती है। ऐसे कार्यक्रम आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
उर्जा सरंक्षण पर संवाद कार्यक्रम में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए प्रो परम सिंह बरडे ने कहा कि सौर ऊर्जा स्वच्छ, अक्षय और पर्यावरण मित्र स्रोत है। इसके उपयोग से बिजली उत्पादन, जल-तापन, सिंचाई और घरेलू कार्य संभव हैं। ऊर्जा संरक्षण से संसाधनों की बचत, प्रदूषण नियंत्रण और सतत विकास सुनिश्चित होता है। सौर ऊर्जा और संरक्षण मिलकर आत्मनिर्भर व स्वच्छ भारत के निर्माण में सहायक है।
महाविद्यालय के एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी प्रो सायसिंग अवास्या, एनएसएस स्वयंसेवक जागीराम कटोले, जागीराम भादले, कपिल जाधव, रंजना कवछे, दीपक पंवार, संदीप नरगावे, निलेश ओहरिया, आशीराम जाधव और आकाश चौहान आदि ने संवाद एवं व्याख्यान कार्यक्रम में शिरकत की।
कार्यक्रम का संचालन एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी प्रो सायसिंग अवास्या ने किया व आभार एनएसएस स्वयंसेवक जागीराम भादले ने व्यक्त किया।
उक्त जानकारी एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी ने प्रदान की।